Ganesh Chaturthi 2024: Date, Shubh Muhurat, and Puja Vidhi - A decorative image featuring a colorful statue of Lord Ganesha with event details and the website link www.divineshopy.com.

गणेश चतुर्थी 2024: तिथि, शुभ मुहूर्त, महत्व और पूजा विधि

  • 26 August, 2024
  • Utkarsh Vaishnav

गणेश चतुर्थी भारत में सबसे प्रिय त्योहारों में से एक है, जिसे बड़ी श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जाता है। यह त्योहार भगवान गणेश के जन्म का प्रतीक है, जिन्हें बाधाओं को दूर करने वाले और बुद्धि के देवता के रूप में जाना जाता है। इस ब्लॉग में, हम 2024 में गणेश चतुर्थी की तिथि, पूजा करने के लिए शुभ मुहूर्त, त्योहार का महत्व और चरण दर चरण पूजा करने के तरीके पर चर्चा करेंगे।

गणेश चतुर्थी 2024: तिथि और शुभ मुहूर्त

वर्ष 2024 में गणेश चतुर्थी 7 सितंबर, गुरुवार को मनाई जाएगी। इस दिन को बहुत शुभ माना जाता है और देश भर के भक्त भगवान गणेश की मूर्ति घर लाएंगे और बड़ी श्रद्धा के साथ अनुष्ठान करेंगे।

गणेश प्रतिमा स्थापित करने का शुभ मुहूर्त मध्याह्न काल है, जो सुबह 11:01 बजे से दोपहर 1:28 बजे के बीच है। यह समय गणपति की स्थापना के लिए सबसे अनुकूल माना जाता है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि पूरे साल घर में भगवान गणेश का आशीर्वाद बना रहे।

जो लोग घर में कोई पवित्र मूर्ति लाना चाहते हैं, वे डिवाइन शॉपी से अत्यधिक विस्तृत अष्टधातु गणेश मूर्ति पर विचार कर सकते हैं। यह उत्तम मूर्ति न केवल आध्यात्मिक रूप से महत्वपूर्ण है, बल्कि आपके घर में एक सुंदर वस्तु भी है।

गणेश चतुर्थी का महत्व

गणेश चतुर्थी सिर्फ़ एक त्यौहार नहीं है; यह आस्था, भक्ति और भगवान गणेश के दिव्य आशीर्वाद का उत्सव है। भगवान गणेश को बाधाओं को दूर करने वाले और सौभाग्य लाने वाले देवता के रूप में पूजा जाता है। लोग कोई भी नया काम, यात्रा या महत्वपूर्ण कार्य शुरू करने से पहले उनसे प्रार्थना करते हैं और सफलता के लिए उनका आशीर्वाद मांगते हैं।

यह त्यौहार परिवारों और समुदायों को एक साथ लाता है क्योंकि वे भक्ति के साथ गणपति बप्पा की पूजा करते हैं। 10 दिवसीय उत्सव गणेश प्रतिमा के जल में विसर्जन के साथ समाप्त होता है, जिसे विसर्जन के रूप में जाना जाता है। ऐसा माना जाता है कि जब भगवान गणेश का विसर्जन किया जाता है, तो वे अपने भक्तों के सभी दुख और कठिनाइयों को दूर कर देते हैं, जिससे उन्हें शांति और खुशी मिलती है।

अपने घर को दिव्य सजावट से सजाने पर विचार करें, जैसे कि दिव्य भगवान गणेश मंत्र फोटो फ्रेम यह फ्रेम पूरे साल आपके घर में गणपति के आशीर्वाद को जीवित रखने का एक आदर्श तरीका है।

पूजा विधि: गणेश चतुर्थी पूजा कैसे करें

गणेश चतुर्थी पूजा करने के लिए यहां एक सरल मार्गदर्शिका दी गई है:

पूजा स्थल तैयार करें: सबसे पहले, उस स्थान को साफ करें जहाँ आप गणेश जी की मूर्ति रखेंगे। इसे फूलों, रंगोली और साफ कपड़े से सजाएँ ताकि एक शुद्ध और सुंदर स्थान बन सके।

गणेश प्रतिमा स्थापित करें: शुभ मुहूर्त के दौरान, भगवान गणेश की मूर्ति को लाल या पीले कपड़े से ढके एक ऊंचे मंच पर स्थापित करें। यह कदम पूजा की शुरुआत का प्रतीक है।

प्रार्थना करें: एक दीया (दीपक) और अगरबत्ती जलाएं, और मूर्ति को ताजे फूल, दूर्वा घास और मोदक (एक मिठाई जो गणेश जी को बहुत पसंद है) चढ़ाएं। ये प्रसाद प्रेम और भक्ति के साथ बनाए जाते हैं। आप अपनी पूजा के आध्यात्मिक माहौल को बढ़ाने के लिए प्राकृतिक गाय के गोबर की धूपबत्ती का भी उपयोग कर सकते हैं।

मंत्रों का जाप करें: भगवान गणेश का आशीर्वाद पाने के लिए "ओम गं गणपतये नमः" जैसे गणेश मंत्रों का जाप करें। माना जाता है कि ये मंत्र शांति और समृद्धि लाते हैं।

आरती करें: प्रार्थना करने के बाद, मूर्ति के सामने दीया घुमाकर आरती करें। अपनी भक्ति दिखाने के लिए अपने परिवार के सदस्यों के साथ गणेश आरती गीत गाएँ।

प्रसाद बांटें: प्रसाद के रूप में मोदक और अन्य मिठाइयाँ चढ़ाएँ और उन्हें अपने परिवार, दोस्तों और पड़ोसियों में बाँटें। प्रसाद बाँटना गणपति बप्पा का आशीर्वाद फैलाने का एक तरीका है।

दैनिक पूजा: विसर्जन के दिन तक हर दिन आरती और प्रार्थना करना जारी रखें। यह दैनिक पूजा आपके घर में गणेश जी की दिव्य उपस्थिति बनाए रखती है।

निष्कर्ष

गणेश चतुर्थी आनंद, भक्ति और समुदाय का समय है। शुद्ध मन से पूजा करके और अनुष्ठानों का पालन करके, आप अपने जीवन में भगवान गणेश का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं। मूर्ति की स्थापना के लिए शुभ मुहूर्त का पालन करना याद रखें और प्यार और ईमानदारी से पूजा करें।

डिवाइन शॉपी पर जाएँ और हमारे गणेश चतुर्थी कलेक्शन को देखें। इस गणेश चतुर्थी को भक्ति भाव से मनाएँ और गणपति बप्पा का आशीर्वाद घर लाएँ!

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